1.
चाहत हो ख़ुशी हो तेरे दामन में वफा हो;
महकती हुई एक शाम तेरी सालगिरह हो;
इस दिन की तश्वीर से संवर जायें नजरे;
इस दिन तेरे क़दमों में बिखर जायें सितारे।
हैप्पी एनिवर्सरी!
चाहत हो ख़ुशी हो तेरे दामन में वफा हो;
महकती हुई एक शाम तेरी सालगिरह हो;
इस दिन की तश्वीर से संवर जायें नजरे;
इस दिन तेरे क़दमों में बिखर जायें सितारे।
हैप्पी एनिवर्सरी!
2.
बिखरे हुये हैं सपने आंखों में कुछ नमी है
छोटा सा आसमां है उम्मीद की ज़मीं है
सब कुछ तो ज़िन्दगी में हासिल है मुझे लेकिन
जो मुझको चाहता हो उस शख़्स की कमी है।
बिखरे हुये हैं सपने आंखों में कुछ नमी है
छोटा सा आसमां है उम्मीद की ज़मीं है
सब कुछ तो ज़िन्दगी में हासिल है मुझे लेकिन
जो मुझको चाहता हो उस शख़्स की कमी है।
3.
मास्टर: अगर अपना चरित्र अच्छा करना है तो अपनी सभी टीचरों को अपनी अम्मी समझो।
पठान का बेटा बोला, "लेकिन मास्टर जी, इससे तो हमारे अब्बू का चरित्र खराब हो जायेगा।
मास्टर: अगर अपना चरित्र अच्छा करना है तो अपनी सभी टीचरों को अपनी अम्मी समझो।
पठान का बेटा बोला, "लेकिन मास्टर जी, इससे तो हमारे अब्बू का चरित्र खराब हो जायेगा।
4.
प्यार और बारिश तो एक जैसी होती हैं।
दोनों हमको सच्चा आनंद देती हैं।
अंतर तो सिर्फ इतना है कि बारिश जिस्म को गीला कर देती है;
और
प्यार आँखों को गीला कर जाता है।
प्यार और बारिश तो एक जैसी होती हैं।
दोनों हमको सच्चा आनंद देती हैं।
अंतर तो सिर्फ इतना है कि बारिश जिस्म को गीला कर देती है;
और
प्यार आँखों को गीला कर जाता है।
5.
परफेक्ट बीवी:
न कभी तंग करती है,
न कभी झूठ बोलती है,
न ही वो धोखा देती है,
न कभी शक करती है,
न कभी पैसे मांगती है,
न ही कभी शॉपिंग करने जाती है,
और न ही इस दुनिया में पायी जाती है।
परफेक्ट बीवी:
न कभी तंग करती है,
न कभी झूठ बोलती है,
न ही वो धोखा देती है,
न कभी शक करती है,
न कभी पैसे मांगती है,
न ही कभी शॉपिंग करने जाती है,
और न ही इस दुनिया में पायी जाती है।
6.
तड़प के देखो किसी की चाहत में;
तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है;
यूँ ही मिल जाये अगर कोई बिना तड़पे;
तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है!
तड़प के देखो किसी की चाहत में;
तो पता चले कि इंतज़ार क्या होता है;
यूँ ही मिल जाये अगर कोई बिना तड़पे;
तो कैसे पता चले के प्यार क्या होता है!
7.
आप दोनों की जोड़ी कभी ना टूटे;
खुदा करे आप एक-दूसरे से कभी ना रूठें;
यूँ ही एक होकर आप यह ज़िंदगी बिताएं;
खुशियों के यह पल सदा आपके संग हो जाएं।
सालगिरह मुबारक!
आप दोनों की जोड़ी कभी ना टूटे;
खुदा करे आप एक-दूसरे से कभी ना रूठें;
यूँ ही एक होकर आप यह ज़िंदगी बिताएं;
खुशियों के यह पल सदा आपके संग हो जाएं।
सालगिरह मुबारक!
8.
रब करे आज की रात की अच्छी शुरुआत हो;
प्यार भरे सपनो की बरसात हो;
जिनको पाने के लिए दिन भर ढूंढ़ती रही आपकी आँखे;
रब करे सपनो में आज उनसे मुलाक़ात हो।
शुभ रात्रि!
रब करे आज की रात की अच्छी शुरुआत हो;
प्यार भरे सपनो की बरसात हो;
जिनको पाने के लिए दिन भर ढूंढ़ती रही आपकी आँखे;
रब करे सपनो में आज उनसे मुलाक़ात हो।
शुभ रात्रि!
9.
डॉक्टर: क्या बात है?
मरीज़: मुझे कुत्ते ने काट लिया है।
डॉक्टर: तुम्हें मालूम नहीं कि शाम को सात बजे के बाद मैं किसी को नहीं देखता।
मरीज़: मालूम है, लेकिन कुत्ते को यह बात नहीं मालूम थी।
डॉक्टर: क्या बात है?
मरीज़: मुझे कुत्ते ने काट लिया है।
डॉक्टर: तुम्हें मालूम नहीं कि शाम को सात बजे के बाद मैं किसी को नहीं देखता।
मरीज़: मालूम है, लेकिन कुत्ते को यह बात नहीं मालूम थी।
10.
तेरे जैसे दोस्त दुनिया में होते हैं बहुत कम;
मेरे इस दिल में रहते हो तुम बस हरदम;
मांगी है दुआ मैंने अपने रब से;
मिले खुशियाँ हज़ार तुझे, हो रब का तुझ पे करम।
जन्मदिन मुबारक!
तेरे जैसे दोस्त दुनिया में होते हैं बहुत कम;
मेरे इस दिल में रहते हो तुम बस हरदम;
मांगी है दुआ मैंने अपने रब से;
मिले खुशियाँ हज़ार तुझे, हो रब का तुझ पे करम।
जन्मदिन मुबारक!
11.
पत्नी ने एम्बुलेंस बुलाने के लिए फोन किया।
ऑपरेटर: आपको एम्बुलेंस किस लिए चाहिए?
पत्नी: मेरे पैर की ऊँगली टेबल से टकरा गयी।
ऑपरेटर: तो इसके लिए आप एम्बुलेंस बुलाना चाहती हैं?
पत्नी: नहीं एम्बुलेंस तो मेरे पति के लिए है, उसे हँसना नहीं चाहिए था।
पत्नी ने एम्बुलेंस बुलाने के लिए फोन किया।
ऑपरेटर: आपको एम्बुलेंस किस लिए चाहिए?
पत्नी: मेरे पैर की ऊँगली टेबल से टकरा गयी।
ऑपरेटर: तो इसके लिए आप एम्बुलेंस बुलाना चाहती हैं?
पत्नी: नहीं एम्बुलेंस तो मेरे पति के लिए है, उसे हँसना नहीं चाहिए था।
12.
कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें;
याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले;
चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर;
कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें।
कुछ पल जी लो, शायद हम फ़िर ना मिलें;
याद कर लो शायद फ़िर वक़्त ना मिले;
चले जाएंगे ज़िंदगी से इतनी दूर;
कि हकीकत में तो क्या शायद फ़िर सपनें में भी ना मिलें।
13.
आप हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं;
यह दिल से कहते हैं हम;
इसलिए आपको रोज़ याद करते हैं हम;
बाकी कुछ कहें या ना कहें रात को शुभ रात्रि आपको कहते हैं हम।
शुभ रात्रि!
आप हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं;
यह दिल से कहते हैं हम;
इसलिए आपको रोज़ याद करते हैं हम;
बाकी कुछ कहें या ना कहें रात को शुभ रात्रि आपको कहते हैं हम।
शुभ रात्रि!
14.
वो हमें भूल भी जायें तो कोई गम नहीं;
जाना उनका जान जाने से भी कम नहीं;
जाने कैसे ज़ख़्म दिए हैं उसने इस दिल को;
कि हर कोई कहता है कि इस दर्द की कोई मरहम नहीं।
वो हमें भूल भी जायें तो कोई गम नहीं;
जाना उनका जान जाने से भी कम नहीं;
जाने कैसे ज़ख़्म दिए हैं उसने इस दिल को;
कि हर कोई कहता है कि इस दर्द की कोई मरहम नहीं।
15.
खुद में हम कुछ इस तरह खो जाते हैं;
सोचते हैं आपको तो आपके ही हो जाते हैं;
नींद नहीं आती है रातों में पर;
आपको ख्वाबों में देखने के लिए सो जाते हैं।
शुभ रात्रि!
खुद में हम कुछ इस तरह खो जाते हैं;
सोचते हैं आपको तो आपके ही हो जाते हैं;
नींद नहीं आती है रातों में पर;
आपको ख्वाबों में देखने के लिए सो जाते हैं।
शुभ रात्रि!
16.
अध्यापक: अगर तुम्हारा दोस्त और गर्लफ्रेंड किसी कश्ती में डूब रहे हों तो तुम किसको बचाओगे?
पप्पू: मरने दो दोनों को...
अध्यापक: क्यों?
पप्पू: साले दोनों एक साथ कश्ती में कर क्या रहे थे?
अध्यापक: अगर तुम्हारा दोस्त और गर्लफ्रेंड किसी कश्ती में डूब रहे हों तो तुम किसको बचाओगे?
पप्पू: मरने दो दोनों को...
अध्यापक: क्यों?
पप्पू: साले दोनों एक साथ कश्ती में कर क्या रहे थे?
17.
अध्यापक (पप्पू से): आज स्कूल मे देर से आने का तुमने क्या बहाना ढूंढा है?
पप्पू: सर, आज मै इतनी तेज दौड़ कर आया कि बहाना सोचने का मौका ही नही मिला।
अध्यापक (पप्पू से): आज स्कूल मे देर से आने का तुमने क्या बहाना ढूंढा है?
पप्पू: सर, आज मै इतनी तेज दौड़ कर आया कि बहाना सोचने का मौका ही नही मिला।
18.
महिला डॉक्टर: तुम रोज़ सुबह क्लीनिक के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
आदमी: जी आप ने ही लिखा है, "औरतों को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।"
महिला डॉक्टर: तुम रोज़ सुबह क्लीनिक के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
आदमी: जी आप ने ही लिखा है, "औरतों को देखने का समय सुबह 9 बजे से 11 बजे तक।"
19.
डॉक्टर: आपकी बीमारी की असल वजह मेरी समझ में नहीं आ रही, हो सकता है दारु पीने की वजह से ऐसा हो रहा हो।
संता: कोई बात नहीं डॉक्टर साहब, जब आपकी उतर जाएगी तब मैं दोबारा आ जाऊंगा चेक-अप के लिए।
डॉक्टर: आपकी बीमारी की असल वजह मेरी समझ में नहीं आ रही, हो सकता है दारु पीने की वजह से ऐसा हो रहा हो।
संता: कोई बात नहीं डॉक्टर साहब, जब आपकी उतर जाएगी तब मैं दोबारा आ जाऊंगा चेक-अप के लिए।
20.
जीतो: अरे आप, इतनी तेज बाइक मत चलाओ मुझे डर लग रहा है।
संता: अरे, अगर तुझे भी डर लग रहा है तो तू भी मेरी तरह आँखे बंद कर ले।
जीतो: अरे आप, इतनी तेज बाइक मत चलाओ मुझे डर लग रहा है।
संता: अरे, अगर तुझे भी डर लग रहा है तो तू भी मेरी तरह आँखे बंद कर ले।
21.
सिन्धी अपने बहुत करीबी पठान दोस्त से, "ओये, मेरी शादी के लिए लड़की वाले देखने आ रहे हैं। तुम मेरे बारे में उनको थोड़ा बढ़ा चढ़ा कर बोलना।
पठान: क्यों नहीं, जरूर।
जब लड़की वाले सिन्धी को देखने आये तो सिन्धी को छीक आ गई।
लड़की के बाप ने पठान से पूछा, "लड़के को जुखाम है क्या?"
पठान: नहीं, नहीं - कैंसर है कैंसर।
सिन्धी अपने बहुत करीबी पठान दोस्त से, "ओये, मेरी शादी के लिए लड़की वाले देखने आ रहे हैं। तुम मेरे बारे में उनको थोड़ा बढ़ा चढ़ा कर बोलना।
पठान: क्यों नहीं, जरूर।
जब लड़की वाले सिन्धी को देखने आये तो सिन्धी को छीक आ गई।
लड़की के बाप ने पठान से पूछा, "लड़के को जुखाम है क्या?"
पठान: नहीं, नहीं - कैंसर है कैंसर।
22.
बंटी: यार क्या कोई कार्ड देखकर भी भविष्यवाणी कर सकता है?
पप्पू: हाँ, बिल्कुल कर सकता है।
बंटी: कौन?
पप्पू: मेरी माँ, वो मेरा रिपोर्ट कार्ड देखते ही बता देती हैं कि पापा के आते ही मेरी क्या हालत होने वाली है।
बंटी: यार क्या कोई कार्ड देखकर भी भविष्यवाणी कर सकता है?
पप्पू: हाँ, बिल्कुल कर सकता है।
बंटी: कौन?
पप्पू: मेरी माँ, वो मेरा रिपोर्ट कार्ड देखते ही बता देती हैं कि पापा के आते ही मेरी क्या हालत होने वाली है।
23.
हर बात समझाने के लिए नहीं होती, ज़िन्दगी हमेशा पाने के लिए नहीं होती , याद अक्सर आती है आपकी , पर हर याद जताने के लिए नहीं होती .
हर बात समझाने के लिए नहीं होती, ज़िन्दगी हमेशा पाने के लिए नहीं होती , याद अक्सर आती है आपकी , पर हर याद जताने के लिए नहीं होती .
24.
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सज़ा दे;
उसके जन्मदिन पर उसको उसकी कोई रज़ा दे;
दुआ है जीवन में हो उसके खुशियों की बहार;
न ग़म की उसे कोई वजह दे।
जन्मदिन मुबारक़!
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सज़ा दे;
उसके जन्मदिन पर उसको उसकी कोई रज़ा दे;
दुआ है जीवन में हो उसके खुशियों की बहार;
न ग़म की उसे कोई वजह दे।
जन्मदिन मुबारक़!
25.
पप्पू अपने पिता संता से: क्या बताऊ पापा, सामने वाले मकान मे एक लड़की हर रोज़ खिड़की में से रुमाल हिलाती है पर खिड़की का शीशा कभी नही खोलती।
संता: बहको मत बेटे, वह तुझे देख कर रुमाल नही हिलाती। दरअसल वह इस मकान की नौकरानी है जो रोज़ खिड़की के शीशे साफ करती है।
पप्पू अपने पिता संता से: क्या बताऊ पापा, सामने वाले मकान मे एक लड़की हर रोज़ खिड़की में से रुमाल हिलाती है पर खिड़की का शीशा कभी नही खोलती।
संता: बहको मत बेटे, वह तुझे देख कर रुमाल नही हिलाती। दरअसल वह इस मकान की नौकरानी है जो रोज़ खिड़की के शीशे साफ करती है।
26.
बस 2 मिनट के लिए मै अपना फोन दोस्त के घर पर भूल आया था।
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ऐसी Feeling आ रही थी जैसे मै अपनी मासूम गर्लफ्रेंड को शक्ति कपूर के पास छोड़ आया हूं।
बस 2 मिनट के लिए मै अपना फोन दोस्त के घर पर भूल आया था।
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ऐसी Feeling आ रही थी जैसे मै अपनी मासूम गर्लफ्रेंड को शक्ति कपूर के पास छोड़ आया हूं।
27.
संता: आज मैंने एक जान बचाई।
बंता: वो कैसे?
संता: मैंने एक भिखारी को पूछा, अगर मैं तुम्हें 1000 का नोट दूँ तो क्या करोगे? उसने कहा ख़ुशी के मारे मर जाउंगा, तो मैंने उसे नोट नहीं दिया और उसे बचा लिया!
संता: आज मैंने एक जान बचाई।
बंता: वो कैसे?
संता: मैंने एक भिखारी को पूछा, अगर मैं तुम्हें 1000 का नोट दूँ तो क्या करोगे? उसने कहा ख़ुशी के मारे मर जाउंगा, तो मैंने उसे नोट नहीं दिया और उसे बचा लिया!
28.
किसी ने पठान को SMS किया और कहा कि अगर तू ज़हीन है तो 200 का बैलेंस भेज और होशियार है तो 300 का भेज।
पठान ने 500 का भेजा और लिखा: "हम ज़हीन भी हैं और होशियार भी।"
किसी ने पठान को SMS किया और कहा कि अगर तू ज़हीन है तो 200 का बैलेंस भेज और होशियार है तो 300 का भेज।
पठान ने 500 का भेजा और लिखा: "हम ज़हीन भी हैं और होशियार भी।"
29.
देखो खिड़की से चाँद भी तुम्हें देख रहा हैं;
सितारे भी रुके हुए इंतज़ार में;
चलो अब मुस्कुरा दो हम सब के लिए;
क्योंकि हम सभी तो खड़े हैं इसी इंतज़ार में।
शुभ रात्रि!
देखो खिड़की से चाँद भी तुम्हें देख रहा हैं;
सितारे भी रुके हुए इंतज़ार में;
चलो अब मुस्कुरा दो हम सब के लिए;
क्योंकि हम सभी तो खड़े हैं इसी इंतज़ार में।
शुभ रात्रि!
30.
जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं:
"सांस और साथ" सांस टूटने से तो इंसान 1 ही बार मरता है;
पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।
जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं:
"सांस और साथ" सांस टूटने से तो इंसान 1 ही बार मरता है;
पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।