1.
अगर मैं मर जाउँ तो मुझे जला देना;
लेकिन उससे पहले मेरे दिल को निकाल लेना;
मुझे परवाह नहीं इस दिल के जल जाने की;
मुझे परवाह है इस दिल में रहने वाले की।
अगर मैं मर जाउँ तो मुझे जला देना;
लेकिन उससे पहले मेरे दिल को निकाल लेना;
मुझे परवाह नहीं इस दिल के जल जाने की;
मुझे परवाह है इस दिल में रहने वाले की।
2.
एक बार संता की टाँग की हड्डी टूट गयी। वो अस्पताल गया तो वहाँ उसने देखा कि एक आदमी की दोनों टाँगों की हड्डियां टूटी हुई थी। उसे देख संता बोला, "अरे आप की क्या दो बीवियां हैं।"
एक बार संता की टाँग की हड्डी टूट गयी। वो अस्पताल गया तो वहाँ उसने देखा कि एक आदमी की दोनों टाँगों की हड्डियां टूटी हुई थी। उसे देख संता बोला, "अरे आप की क्या दो बीवियां हैं।"
3.
पठान ने अमरुद लिए तो उसमें से कीड़ा निकला।
पठान अमरुद वाले से," इसमें तो कीड़ा है।"
अमरुद वाला: ये किस्मत की बात है, क्या पता अगली बार मोटरसाइकिल निकल जाए।
पठान: 2 किलो दे दो।
पठान ने अमरुद लिए तो उसमें से कीड़ा निकला।
पठान अमरुद वाले से," इसमें तो कीड़ा है।"
अमरुद वाला: ये किस्मत की बात है, क्या पता अगली बार मोटरसाइकिल निकल जाए।
पठान: 2 किलो दे दो।
4.
वो भूल गए कि उन्हें हसाया किसने था;
जब वो रूठे थे तो मनाया किसने था;
वो कहते हैं वो बहुत अच्छे है शायद;
वो भूल गए कि उन्हें यह बताया किसने था।
वो भूल गए कि उन्हें हसाया किसने था;
जब वो रूठे थे तो मनाया किसने था;
वो कहते हैं वो बहुत अच्छे है शायद;
वो भूल गए कि उन्हें यह बताया किसने था।
5.
राँझना देखने के बाद मैं इस परिणाम पर आया हूँ कि
.
. .
. . .
जोया नाम की लड़की से जिस किसी ने भी प्यार किया वो कुत्ते की मौत मरा।
उदाहरण के लिए: जन्नत, इश्क़्जादे और अब राँझना!
राँझना देखने के बाद मैं इस परिणाम पर आया हूँ कि
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जोया नाम की लड़की से जिस किसी ने भी प्यार किया वो कुत्ते की मौत मरा।
उदाहरण के लिए: जन्नत, इश्क़्जादे और अब राँझना!
6.
तुम्हें पाकर के हम खोना भी नहीं चाहते हैं
अपनी पलकों को भिगोना भी नहीं चाहते हैं
अगर ठुकराओगे तो लौट के फिर आएंगे
हम किसी और के होना ही नहीं चाहते हैं।
तुम्हें पाकर के हम खोना भी नहीं चाहते हैं
अपनी पलकों को भिगोना भी नहीं चाहते हैं
अगर ठुकराओगे तो लौट के फिर आएंगे
हम किसी और के होना ही नहीं चाहते हैं।
7.
जब भी कोई विपत्ति आती है, कायर को ही दहलाती है;
सूरमा कभी नहीं विचलित होते, एक क्षण नहीं धीरज खोते;
विघ्नों को वो हैं गले लगाते, काँटों में भी अपनी राह हैं बनाते।
जब भी कोई विपत्ति आती है, कायर को ही दहलाती है;
सूरमा कभी नहीं विचलित होते, एक क्षण नहीं धीरज खोते;
विघ्नों को वो हैं गले लगाते, काँटों में भी अपनी राह हैं बनाते।
8.
मिले वो जो आपकी नजर को तलाश हो;
हर सुबह के साथ एक नया एहसास हो;
जिंदगी का हर लम्हा पसंद आये आपको;
जिंदगी गुजरे ऐसे की हर पल खुशियों से मुलाक़ात हो।
हैप्पी बर्थडे!
मिले वो जो आपकी नजर को तलाश हो;
हर सुबह के साथ एक नया एहसास हो;
जिंदगी का हर लम्हा पसंद आये आपको;
जिंदगी गुजरे ऐसे की हर पल खुशियों से मुलाक़ात हो।
हैप्पी बर्थडे!
9.
पठान ब्लड के बारे में एक किताब पढ़ रहा था।
सलमा: आज यह किताब क्यों पढ़ रहे हो?
पठान: मुझे डॉक्टर ने कहा है कि कल मेरा ब्लड टेस्ट है इसलिए टेस्ट की तैयारी कर रहा हूँ।
पठान ब्लड के बारे में एक किताब पढ़ रहा था।
सलमा: आज यह किताब क्यों पढ़ रहे हो?
पठान: मुझे डॉक्टर ने कहा है कि कल मेरा ब्लड टेस्ट है इसलिए टेस्ट की तैयारी कर रहा हूँ।
10.
संता ने बंता से कहा: मैं अमेरिका जाने की सोच रहा हूँ।
बंता : बहुत बढ़िया। भला कितना खर्च हो जाएगा?
संता: एक पैसा भी नहीं। भला सोचने में पैसा कहाँ खर्च होता है।
संता ने बंता से कहा: मैं अमेरिका जाने की सोच रहा हूँ।
बंता : बहुत बढ़िया। भला कितना खर्च हो जाएगा?
संता: एक पैसा भी नहीं। भला सोचने में पैसा कहाँ खर्च होता है।
11.
आज सुबह जब काम वाली को बोला कि झाड़ू लगा दो तो वो भी तपाक से बोली,
"भाजपा से हूँ मैं, पोछा चाहे 10 बार लगवा लो, झाड़ू को हाथ नहीं लगाऊंगी।"
आज सुबह जब काम वाली को बोला कि झाड़ू लगा दो तो वो भी तपाक से बोली,
"भाजपा से हूँ मैं, पोछा चाहे 10 बार लगवा लो, झाड़ू को हाथ नहीं लगाऊंगी।"
12.
आप दोनों की जोड़ी कभी ना टूटे;
खुदा करे आप एक दूसरे से कभी ना रूठें;
यूंही एक होकर आप ये जिंदगी बितायें;
आप दोनों से खुशियाँ एक पल के लिए भी ना छूटें।
शुभ सालगिरह!
आप दोनों की जोड़ी कभी ना टूटे;
खुदा करे आप एक दूसरे से कभी ना रूठें;
यूंही एक होकर आप ये जिंदगी बितायें;
आप दोनों से खुशियाँ एक पल के लिए भी ना छूटें।
शुभ सालगिरह!
13.
वो रोया तो बहुत पर मुझसे मुह मोड़ के रोया
कोई मजबूरी होगी उसकी जो दिल तोड़ के रोया||
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े
पता लगा मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ के रोया
वो रोया तो बहुत पर मुझसे मुह मोड़ के रोया
कोई मजबूरी होगी उसकी जो दिल तोड़ के रोया||
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े
पता लगा मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ के रोया
14.
हो चुकी है रात बहुत अब सो जाइए;
जो है दिल के करीब उसके ख्यालों में खो जाइए;
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका;
हकीकत में ना सही ख्वाबों में तो मिल आईये।
शुभ रात्रि!
हो चुकी है रात बहुत अब सो जाइए;
जो है दिल के करीब उसके ख्यालों में खो जाइए;
कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका;
हकीकत में ना सही ख्वाबों में तो मिल आईये।
शुभ रात्रि!
15.
मै बाहर खड़ा बारिश में उन हसीं लम्हों को याद करता हूँ,
पानी की टपकती बूंदों के बीच उन्ही यादों में फिर खो जाना चाहता हूँ,
कभी हस्ते थे साथ कभी लड़ा करते थे,
जब उन यादों को समेटने की कोशिश करता हूँ तो थम सा जाता हूँ,
और आज इस बात का अफ़सोस बना रहा हूँ,
बारिश में खड़े होकर खुद को कम और आँखों को ज्यादा भिगो रहा हूँ.
मै बाहर खड़ा बारिश में उन हसीं लम्हों को याद करता हूँ,
पानी की टपकती बूंदों के बीच उन्ही यादों में फिर खो जाना चाहता हूँ,
कभी हस्ते थे साथ कभी लड़ा करते थे,
जब उन यादों को समेटने की कोशिश करता हूँ तो थम सा जाता हूँ,
और आज इस बात का अफ़सोस बना रहा हूँ,
बारिश में खड़े होकर खुद को कम और आँखों को ज्यादा भिगो रहा हूँ.
16.
वो रात दर्द और सितम की रात होगी;
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी;
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर;
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।
वो रात दर्द और सितम की रात होगी;
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी;
उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर;
कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।
17.
स्वीट सा टाइम देख कर अपने स्वीट से दोस्त की स्वीट सी याद आई तो सोचा की स्वीट सा एस एम एस कर दूँ ताकि हमारी स्वीट सी दोस्ती में थोड़ी स्वीटनेस और बढ़ जाये!
स्वीट सा टाइम देख कर अपने स्वीट से दोस्त की स्वीट सी याद आई तो सोचा की स्वीट सा एस एम एस कर दूँ ताकि हमारी स्वीट सी दोस्ती में थोड़ी स्वीटनेस और बढ़ जाये!
18.
पठान पहली बार अपनी बेगम को लेने ससुराल गया तो उसका जम कर स्वागत! हुआ खाने को अलग अलग तरह के पकवान बनाये गये।
खाना खाते वक्त सास ने पुछा, "दामाद जी, आपको कौन सी डिश पसंद है?"
पठान शरमाते हुए बोला, "जी, Tata Sky!"
पठान पहली बार अपनी बेगम को लेने ससुराल गया तो उसका जम कर स्वागत! हुआ खाने को अलग अलग तरह के पकवान बनाये गये।
खाना खाते वक्त सास ने पुछा, "दामाद जी, आपको कौन सी डिश पसंद है?"
पठान शरमाते हुए बोला, "जी, Tata Sky!"
19.
एक लड़की ने एक लड़के को मैसेज किया कि तुम बहुत मस्त पोस्ट करते हो।
लड़के ने कहा, "तो फिर तुम लाइक क्यों नहीं करती?"
लड़की ने जवाब दिया,
.
. .
. . .
"नहीं यार, मैं तो हर 'पो'स्ट 2-2 बार लाइक करती हूँ"।
एक लड़की ने एक लड़के को मैसेज किया कि तुम बहुत मस्त पोस्ट करते हो।
लड़के ने कहा, "तो फिर तुम लाइक क्यों नहीं करती?"
लड़की ने जवाब दिया,
.
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"नहीं यार, मैं तो हर 'पो'स्ट 2-2 बार लाइक करती हूँ"।
20.
ये दिन ये महीने ये तारीख जब-जब आई;
हमने कितने प्यार से जन्मदिन की महफ़िल सजाई;
हर शमां पर नाम लिख दिया दोस्ती का;
इसकी रोशनी में चाँद जैसी तेरी सूरत है समाई।
हमारी तरफ से आपको जन्मदिन की बधाई।
ये दिन ये महीने ये तारीख जब-जब आई;
हमने कितने प्यार से जन्मदिन की महफ़िल सजाई;
हर शमां पर नाम लिख दिया दोस्ती का;
इसकी रोशनी में चाँद जैसी तेरी सूरत है समाई।
हमारी तरफ से आपको जन्मदिन की बधाई।
21.
एक भक्त की तपस्या से खुश होकर भगवान ने उसे पूछा, "क्या वर चाहिए?"
भक्त: प्रभु मुझे वरदान दो कि मैं दोबारा ज़िंदा हो सकूँ।
भगवान: असंभव, यह काम हम नहीं एकता कपूर करती है।
एक भक्त की तपस्या से खुश होकर भगवान ने उसे पूछा, "क्या वर चाहिए?"
भक्त: प्रभु मुझे वरदान दो कि मैं दोबारा ज़िंदा हो सकूँ।
भगवान: असंभव, यह काम हम नहीं एकता कपूर करती है।
22.
अध्यापक: अगर तुम्हारा दोस्त और गर्लफ्रेंड किसी कश्ती में डूब रहे हों तो तुम किसको बचाओगे?
पप्पू: मरने दो दोनों को...
अध्यापक: क्यों?
पप्पू: साले दोनों एक साथ कश्ती में कर क्या रहे थे?
अध्यापक: अगर तुम्हारा दोस्त और गर्लफ्रेंड किसी कश्ती में डूब रहे हों तो तुम किसको बचाओगे?
पप्पू: मरने दो दोनों को...
अध्यापक: क्यों?
पप्पू: साले दोनों एक साथ कश्ती में कर क्या रहे थे?
23.
खुश रहे तू है जहाँ, ले जा दुआएं मेरी;
तेरी राहों से जुदा हो गयी हैं राहें मेरी;
कुछ नहीं पास मेरे अब खाली हाथ हैं;
किसी और की नहीं सब खतायें हैं मेरी।
खुश रहे तू है जहाँ, ले जा दुआएं मेरी;
तेरी राहों से जुदा हो गयी हैं राहें मेरी;
कुछ नहीं पास मेरे अब खाली हाथ हैं;
किसी और की नहीं सब खतायें हैं मेरी।
24.
तुम आज हँसते हो हंस लो मुझ पर ये आज़माइश ना बार-बार होगी;
मैं जानता हूं मुझे ख़बर है कि कल फ़ज़ा ख़ुशगवार होगी;
रहे मुहब्बत में ज़िन्दगी भर रहेगी ये कशमकश बराबर;
ना तुमको क़ुरबत में जीत होगी ना मुझको फुर्कत में हार होगी।
तुम आज हँसते हो हंस लो मुझ पर ये आज़माइश ना बार-बार होगी;
मैं जानता हूं मुझे ख़बर है कि कल फ़ज़ा ख़ुशगवार होगी;
रहे मुहब्बत में ज़िन्दगी भर रहेगी ये कशमकश बराबर;
ना तुमको क़ुरबत में जीत होगी ना मुझको फुर्कत में हार होगी।
25.
दूर रहते हैं मगर दिल से दुआ करते हैं हम;
प्यार का फ़र्ज़ घर बैठे अदा करते हैं हम;
आपकी याद सदा साथ रखते हैं हम;
दिन हो या रात आपको ही याद करते हैं हम।
शुभ रात्रि!
दूर रहते हैं मगर दिल से दुआ करते हैं हम;
प्यार का फ़र्ज़ घर बैठे अदा करते हैं हम;
आपकी याद सदा साथ रखते हैं हम;
दिन हो या रात आपको ही याद करते हैं हम।
शुभ रात्रि!
26.
सलमा: आप वसीम की बेगम के जनाज़े पे क्यों नहीं गए?
पठान: किस मुंह से जाऊं। वो तीसरी बार अपनी बेगम के जनाज़े पे बुला चुका है; और मैं उसे आज तक एक बार भी नहीं बुला सका?
सलमा: आप वसीम की बेगम के जनाज़े पे क्यों नहीं गए?
पठान: किस मुंह से जाऊं। वो तीसरी बार अपनी बेगम के जनाज़े पे बुला चुका है; और मैं उसे आज तक एक बार भी नहीं बुला सका?
27.
अध्यापिका: बेटा, उत्तर वाली शीट पर सबसे पहले क्या लिखना चाहिए?
पप्पू: इस शीट पर लिखे गये उत्तर काल्पनिक हैं, जिनका किसी भी बुक से कोई संबंध नहीं है।
आपको परीक्षा में सफल होने की शुभकामनाएं।
अध्यापिका: बेटा, उत्तर वाली शीट पर सबसे पहले क्या लिखना चाहिए?
पप्पू: इस शीट पर लिखे गये उत्तर काल्पनिक हैं, जिनका किसी भी बुक से कोई संबंध नहीं है।
आपको परीक्षा में सफल होने की शुभकामनाएं।
28.
गर्लफ्रेंड: कहाँ पर हो?
बॉयफ्रेंड: मैं बैंक में हूँ।
गर्लफ्रेंड: मुझे 15 हजार रुपये की जरुरत है। एक नया मोबाइल लेना है और 5 हजार का नया सूट।
बॉयफ्रेंड: मैं ब्लड बैंक में हूँ। खून पियेगी खून?
शुभ वैलेंटाइन्स दिवस।
गर्लफ्रेंड: कहाँ पर हो?
बॉयफ्रेंड: मैं बैंक में हूँ।
गर्लफ्रेंड: मुझे 15 हजार रुपये की जरुरत है। एक नया मोबाइल लेना है और 5 हजार का नया सूट।
बॉयफ्रेंड: मैं ब्लड बैंक में हूँ। खून पियेगी खून?
शुभ वैलेंटाइन्स दिवस।
29.
सास (बहू से): बेटी, आज से तुम मुझे अपनी माँ और अपने ससुर को पिता ही समझना।
तभी दरवाजे की घंटी बजी। बहू ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसका पति आया है।
सास: कौन आया है बेटी?
बहू: माँ, भैया ऑफिस से आ गए।
सास (बहू से): बेटी, आज से तुम मुझे अपनी माँ और अपने ससुर को पिता ही समझना।
तभी दरवाजे की घंटी बजी। बहू ने दरवाजा खोला तो देखा कि उसका पति आया है।
सास: कौन आया है बेटी?
बहू: माँ, भैया ऑफिस से आ गए।
30.
जिंदगी में हम जो पाने की चाह रखते हैं;
वो हमें कभी भी आसानी से नहीं मिलता;
क्योंकि हम वही चाहने की तमन्ना रखते है;
जो हमारे लिए पाना मुश्किल होता है।
शुभ दिवस।
जिंदगी में हम जो पाने की चाह रखते हैं;
वो हमें कभी भी आसानी से नहीं मिलता;
क्योंकि हम वही चाहने की तमन्ना रखते है;
जो हमारे लिए पाना मुश्किल होता है।
शुभ दिवस।